हालांकि इस बदलाव के कारण कोरोना मरीजों के इलाज पर असर ना पड़े उसके लिए भी व्यवस्था की गई है |
31 मार्च को दिल्ली सरकार ने पांच अस्पतालों को कोरोना के इलाज के लिए डेडिकेट किया था. इसमें जीबी पंत अस्पताल को लोकनायक अस्पताल के साथ अटैच किया गया था. लेकिन इस फैसले के कारण जीबी पंत अस्पताल में इलाज कराने वाले अन्य मरीजों को तकलीफ होने लगी और उसके मद्देनजर अब फैसले में बदलाव कर दिया गया है.
दिल्ली सरकार की तरफ से इसे लेकर जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि इसके कारण जीबी पंत अस्पताल के सुपर स्पेशलिटी स्ट्रीम्स में इलाज कराने वाले मरीजों को काफी तकलीफ हो रही थी, जिसके कारण सरकार ने अपना फैसला बदल दिया है. अब जीबी पंत अस्पताल में कोरोना के मरीजों का इलाज नहीं होगा और यह अस्पताल जैसे पहले काम करता था, वैसे ही करता रहेगा.
हालांकि इस बदलाव के कारण कोरोना मरीजों के इलाज पर असर ना पड़े उसके लिए भी व्यवस्था की गई है. इस आदेश में कहा गया है कि जीबी पंत अस्पताल में जो 500 बेड कोरोना के मरीजों के लिए तय किए गए थे, अब उनकी जगह लोकनायक अस्पताल में अतिरिक्त 500 बेड का इंतजाम किया जाएगा.
आपको बताते चलें कि 31 मार्च को दिल्ली सरकार ने दिल्ली के पांच प्रमुख अस्पतालों को कोरोना के लिए डेडिकेट किया था. इसमें लोकनायक अस्पताल और जीबी पंत अस्पताल, राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, गुरु तेग बहादुर अस्पताल, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल और डॉक्टर बाबा साहब अंबेडकर अस्पताल शामिल थे. लेकिन अब इनमें से जीबी पंत अस्पताल में कोरोना का इलाज नहीं होगा.
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