इसमें बताया गया कि दवा का परीक्षण अभी काफ कम हुआ है ऐसे में इस के रिजल्ट पर सवाल नहीं उठाया जा सकता

पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रही है लेकिन दुःख की बात ये है कि इस लड़ाई में न तो दुश्मन के बारे में ठीक से जानकारी है और न तो इसके लिए अभी तक दुनिया के पास दवा और वैक्सीन के रूप में कोई हथियार ही है |

खबर आ रही है कि कोरोना वायरस के संक्रमण में प्रभावी माने जाने वाला एंटी वायरल दवा (Drug) रेमडेसिवयर के फेल होने की खबर है | यह पहले ही रैंडम क्लिनिकल ट्रायल में फेल हो गयी है | रेमडेसिवयर को लेकर दुनिया भर में उम्मीद थी| बीबीसी की खबर के मुताबिक, चीनी ट्रायल में पता चला कि यह ड्रग नाकाम रही | रेमडेसिवयर ड्रग से मरीज में कोई सुधार देखने को नहीं मिला | मतलब रेमडेसिवयर ड्रग देने से मरीज के खून में रोगाणु कम नहीं हुए |

रेमडेसिवयर ड्रग के नाकाम होने की खबर को वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने अपने वेबसाइट पर विस्तार से प्रकाशित किया था | वैसे बाद में इस रिपोर्ट को हटा दिया गया | इस पर सफाई देते हुए डब्लूएचओ ने कहा कि ड्राफ्ट रिपोर्ट गलती से अपलोड हो गई थी इसलिए रिपोर्ट को हटा लिया गया | रिपोर्ट में बताया गया था कि कुल 237 मरीजों में से कुछ को रेमडेसिवयर ड्रग दी गयी और कुछ को प्लेसीबो | एक महीने बाद रेमडेसिवयर लेने वाले 13.9% मरीजों की मौत हो गयी जबकि इसकी तुलना में प्लेसीबो लेने वाले 12.8% मरीजों की मौत हुई |

ड्रग बनानेवाली कंपनी ने दर्ज की आपत्ति

डब्लूएचओ के रिपोर्ट पर आपत्ति जताते हुए रेमडेसिवयर को बनाने वाली कंपनी गिलिएड के वैज्ञानिकों ओर शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि क्लिनिकल ट्रायल के दौरान कोविड-19 के मरीजों पर रेमडेसिवीर का काफी अच्छा असर हो रहा है और उसके परिणाम अच्छे हैं, लेकिन इस दवा के प्रभाव को जांचने के लिए अधिक ट्रायल करने की जरूरत है |

गिलिएड साइंस ने फिर ट्वीट कर इस संबंध में रिपोर्ट जारी की | इसमें बताया गया कि दवा का परीक्षण अभी काफ कम हुआ है ऐसे में इस के रिजल्ट पर सवाल नहीं उठाया जा सकता | गिलिएड कंपनी के चीफ मेडिकल ऑफिसर, ने कहा कि शोधकर्ताओं को इस दवा के परिणाम के बार में कुछ भी लिखने या छापने की इजाजत नहीं है | अभी डब्लूएचओ के पास जो रिपोर्ट पहुंची वो गलत है और जल्दबाजी का परिणाम है |

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