भारत में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 13 लाख को पार कर चुका है, वहीं 31 हजार से ज्यादा लोगों की अब तक इस वायरस के कारण मौत हो चुकी है. भारत में लगातार भयावह हो रही स्थिति के मद्देनजर कोरोना का वैक्सीन तैयार करने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है और इसी क्रम में शुक्रवार को दिल्ली के एम्स में, देश में तैयार की जा रही कोरोना वैक्सीन का पहला ट्रायल हुआ.

देशभर में 12 ट्रायल सेंटर

आईसीएमआर और भारत बायोटेक के संयुक्त प्रयास से तैयार इस वैक्सीन को कोवेक्सीन नाम दिया गया है. एम्स सहित देश के कुल 12 ट्रायल सेंटर्स में इसका ट्रायल चल रहा है. एम्स में ट्रायल के तहत कोवैक्सीन का पहला डोज शुक्रवार को 30 साल के एक स्वस्थ्य व्यक्ति को दिया गया. आपको बता दें कि केवल एम्स में ही 100 वॉलंटियर्स पर कोवैक्सीन का ट्रायल किया जाना है. इनमें से 50 लोगों को पहले वैक्सीन दी जाएगी.

14 दिन बाद दूसरा डोज

इनमें से भी 10 लोगों को वैक्सीन दिए जाने के बाद पहले उनपर वैक्सीन के असर की पड़ताल होगी, फिर ट्रायल आगे बढ़ेगा. वैक्सीन के ट्रायल के दौरान किसी भी तरह की आपात स्वास्थ्य स्थिति से निबटने के लिए भी एम्स में खास तैयारियां की गईं हैं. यह पूरा ट्रायल विशेषज्ञ डॉक्टर्स की टीम कर रही है. एहतियात के मद्देनजर ट्रायल का क्लीनिक एरिया इमरजेंसी के पास बनाया गया है. ट्रायल के तहत यह वैक्सीन दो डोज में दी जानी है, पहले डोज के 14 दिन बाद दूसरा डोज दिया जाएगा.

3500 लोग करा चुके हैं रजिस्ट्रेशन

देशभर की बात करें, तो पहले फेज में कुल 375 लोगों पर कोवैक्सीन का ट्रायल होना है. गौर करने वाली बात यह है कि बड़ी संख्या में लोग वैक्सीन के ट्रायल के लिए आगे आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि इसके लिए अब तक 3500 लोग रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. इनमें से सभी को बारी-बारी से बुलाया जा रहा है. सबसे पहले इनकी स्क्रीनिंग के लिए सैंपल लिए जा रहे हैं. फिर जांच के बाद ट्रायल की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है.

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