जब से एस्ट्राजेनेका ने अपने Covid vaccine Covishield में रेयर साइड इफेक्ट की पुष्टि की है तब से हार्ट अटैक की चर्चा जोरों पर है।
हार्ट अटैक एक गंभीर मेडिकल स्थिति है जो अचानक होती है और इसे अनदेखा करने पर जानलेवा साबित हो सकता है। इस लेख में, हम हार्ट अटैक के प्रारंभिक लक्षणों को पहचानने और इसके होने पर क्या कदम उठाने चाहिए, इस पर चर्चा करेंगे। इन उपायों को अपनाकर हार्ट अटैक के कारण होने वाली मृत्यु का खतरा कम से कम 80% तक कम किया जा सकता है।
हार्ट अटैक के आरंभिक लक्षण:
- सीने में दर्द: सीने के बाएं हिस्से में दर्द अक्सर हार्ट अटैक का संकेत होता है। यह दर्द धीरे-धीरे बढ़ सकता है और जकड़न का अनुभव हो सकता है।
- पसीना आना: शारीरिक श्रम के बिना भी अगर आपको अधिक पसीना आ रहा है और घबराहट महसूस हो रही है, तो यह हार्ट की कार्य क्षमता में कमी का संकेत हो सकता है।
- सांस लेने में दिक्कत: अगर आपको सांस लेने में कठिनाई हो रही है और छाती में भारीपन महसूस हो रहा है, तो यह भी हार्ट अटैक का पूर्व संकेत हो सकता है।
- उल्टी और चक्कर आना: यह लक्षण निम्न रक्तचाप के कारण हो सकते हैं और हार्ट अटैक के प्रारंभिक संकेत हो सकते हैं।
- पैरों में सूजन: पैरों, टखनों, और तलवों में सूजन हार्ट के ठीक से पंप न कर पाने का संकेत हो सकता है।
- गले और जबड़े में दर्द: यह महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण के रूप में अधिक प्रचलित है।
- दिल की धड़कन में परिवर्तन: दिल की धड़कन का अनियमित होना भी हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है।
हार्ट अटैक होने पर क्या करें:
- तत्काल डॉक्टर को फोन करें: सबसे पहले मेडिकल हेल्प के लिए कॉल करें।
- खुद वाहन न चलाएं: अस्पताल जाने के लिए किसी और की मदद लें।
- दवाईयाँ: डॉक्टर की सलाह से एस्पिरिन, क्लोपिडोग्रिल, और एटोरवास्टेटिन जैसी दवाइयां लें।
- आवश्यक जांच: अस्पताल पहुंचते ही Trop T और ECG की जांच करवाएं ताकि हार्ट अटैक की पुष्टि हो सके।
हार्ट अटैक के खतरे को कम करने के लिए इन लक्षणों को पहचाने और समय रहते बचाव करें।
हार्ट अटैक से बचाव: डॉक्टरों के ये पांच नियम अपनाएं
हार्ट अटैक से बचाव के लिए डॉक्टरों द्वारा दिए गए कुछ विशेष नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है। आरएमएल हॉस्पिटल में जाने माने कार्डियोलॉजिस्ट प्रोफेसर डॉक्टर तरुण कुमार का कहना है की खराब खान पान और बिगड़ा हुआ लाइफस्टाइल मोटापा और ब्लड प्रेशर की बीमारी का मुख्य कारण है। और इसका सबसे प्रतिकूल असर हार्ट हेल्थ पर पड़ता है और हार्ट डिजीज का कारण बनता है। इससे बचने के लिए जरूरी हैं ये पांच महत्वपूर्ण सुझाव जिन्हें आपको अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए:
- स्वस्थ आहार का सेवन: संतुलित आहार लेना चाहिए जिसमें ताज़े फल, सब्जियाँ, पूरे अनाज, और दालें शामिल हों। ट्रांस फैट से बचें और संतृप्त वसा का सेवन कम करें।
- नियमित व्यायाम: डॉक्टर्स के अनुसार, सप्ताह में कम से कम 150 मिनट का मध्यम व्यायाम या 75 मिनट का तीव्र व्यायाम हार्ट के लिए लाभदायक होता है। योग, तेज चलना, या साइकलिंग शामिल कर सकते हैं।
- तनाव से बचाव: तनाव प्रबंधन महत्वपूर्ण है क्योंकि अधिक तनाव हृदय रोगों का कारण बन सकता है। ध्यान, योग और पर्याप्त नींद लेना तनाव को कम करने के लिए उपयोगी हैं।
- नियमित स्वास्थ्य जांच: नियमित स्वास्थ्य जांच से आप हार्ट डिसीज के जोखिम कारकों का पता लगा सकते हैं और उन्हें समय रहते मैनेज कर सकते हैं। ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल लेवल, और शुगर लेवल की जांच जरूरी है।
- धूम्रपान से दूरी: धूम्रपान हार्ट डिसीज का प्रमुख कारण है। इसे छोड़ना न केवल आपके हृदय को स्वस्थ रखेगा बल्कि आपके समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाएगा।
इन उपायों को अपनाकर आप हार्ट अटैक के जोखिम को कम कर सकते हैं और एक स्वस्थ जीवनशैली की ओर अग्रसर हो सकते हैं। याद रखें, आपका स्वास्थ्य आपके हाथ में है!
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल एक्सपर्ट ओपिनियन और कई अन्य प्रकाशित रिपोर्ट्स और स्टडी पर आधारित है। इसका मकसद जानकारी और जागरूकता है। किसी भी लक्षण , इलाज और मेडिकल कंडीशन के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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