गर्मी के दिनो मे नींबू पानी, नींबू शर्बत या फिर शिकंजी सेहत के लिए वरदान माना जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं की इसे सही तरीके से सेवन न किया जाए तो सेहत पर विपरीत प्रभाव भी डालते हैं!
गर्मी के मौसम में डिहाइड्रेशन का खतरा बना रहता है और इससे निपटने के लिए ज्यादातर लोग नींबू युक्त पेय पदार्थ का धड़ल्ले से सेवन करते हैं। निम्बू युक्त पेय पदार्थ न सिर्फ निर्जलीकरण से बचाता है बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। नींबू में मौजूद विटामिन सी की मात्रा इम्यूनिटी बिल्ड अप करने में महत्वपूर्ण रोल अदा करती है। लेकिन कई लोग इसके इतने आदि हो जाते हैं की नींबू का अत्यधिक सेवन करने लगते है और यहीं से नींबू का साइड इफेक्ट्स भी शुरू हो जाता है जो सेहत पर भारी पड़ता है।
नींबू और उसकी प्रॉपर्टीज पर हुए अध्ययन में यह पाया गया है की यह स्वास्थ्य के लिए बेहद उपयोगी और लाभप्रद है। यह डिहाइड्रेशन पर नियंत्रण के साथ साथ इम्यूनिटी बढ़ाने और वजन घटाने में भी सहायक है। लेकिन एक्सपर्ट यह भी हिदायत देते हैं की इसका उपयोग सीमित मात्रा में हीं किया जा सकता है। अगर नींबू का सेवन गलत तरीके से और शरीर की आवश्यकता से ज्यादा किया गया तो यह दांतों से लेकर सम्पूर्ण स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। इस लेख के माध्यम से हम नींबू के सेवन से होने वाले फायदे और नुकसान को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझते हैं।
नींबू से होने वाले फायदे
कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर निम्बू सेहत के लिए वरदान है। यह विटामिन सी का प्रमुख श्रोत है जो मानव शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक है। इम्यूनिटी को बढ़ाने, हृदय रोग पर काबू पाने, वजन पर नियंत्रण सहित इसके अनेकोनेक फायदे हैं। खाली पेट में गुनगुने पानी में नींबू और शहद के सेवन से वजन पर नियंत्रण संभव है। नींबू पानी को पाचन के लिए बेहतर, एनीमिया नियंत्रण और किडनी स्टोन को कम करने में फायदेमंद पाया गया है ।
अत्यधिक नींबू सेवन से नुकसान
नींबू जितना गुणकारी है उसके अत्यधिक सेवन से नुकसान भी उठाया जा सकता है। नींबू के रस में 5 से 6 फीसदी साइट्रिक एसिड होता है। इसके अत्यधिक सेवन से इसका एसिड लगातार दांतो के संपर्क में आता है जो दांतों को नुकसान दे सकता है। इसका अत्यधिक सेवन दांतो की बाहरी परत को नुकसान पहुंचा सकती है। यह उपरी परत डेंटिन दांत के नीचे तंत्रिका तंत्र की रक्षा करता है। नींबू का अत्यधिक सेवन पेट संबंधी समस्या भी बढ़ा सकता है । एसिड प्रॉपर्टी ज्यादा होने के कारण यह एसिड रिफ्लक्स और गैस्ट्रो से जुड़े समस्याओं का कारण बन सकता है। जिन्हे एसिड की समस्या है उन्हे नींबू के अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए नहीं तो हार्ट बर्न जैसी समस्या हो सकती हैं।
नींबू का सेवन और सावधानियां
ठंडे पानी में नींबू का रस डालने से उसकी घुलनशीलता कम होती है और उसका हार्मफुल इफेक्ट दांतो पर कम होता है। अगर नींबू पानी पीने के लिए स्ट्रॉ का इस्तेमाल करते हैं तो यह दांतो के सीधे संपर्क में नहीं आता। नींबू पानी के सेवन के बाद अच्छे से कुल्ला कर लेना चाहिए ताकि इसकी एसिडिक प्रॉपर्टी दांतो के ऊपरी परत से निकल जाए।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी और जागरूकता के लिए है। किसी भी मेडिकल एडवाइस और लक्षण के लिए अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
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