यूरिक एसिड का अधिक मात्रा में जमा होना और उसके कारण नमक के क्रिस्टल का निर्माण जोड़ों में सूजन और दर्द का कारण बनता है। इसे गाउट कहा जाता है, जो आमतौर पर पैरों के जोड़ों को प्रभावित करता है। यह समस्या समय पर ध्यान न देने पर गंभीर रूप ले सकती है। हालांकि, कुछ प्राकृतिक उपायों के माध्यम से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
गाउट और यूरिक एसिड क्रिस्टल का प्रभाव
यूरिक एसिड के क्रिस्टल जोड़ों में सूजन और दर्द के साथ-साथ जकड़न भी पैदा करते हैं। यह स्थिति अगर लंबे समय तक बनी रहे, तो इससे गाउट के साथ ट्यूमर जैसी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि शरीर को क्षारीय (Alkaline) बनाए रखने और यूरिक एसिड को बाहर निकालने से इन समस्याओं से बचा जा सकता है।
खीरे का जूस: एक प्रभावी उपाय
खीरे का जूस यूरिक एसिड कम करने और जोड़ों से इसके क्रिस्टल को बाहर निकालने में बेहद प्रभावी माना जाता है। खीरा शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है और शरीर को क्षारीय बनाए रखने में मदद करता है। इसके अलावा, यह सूजन को कम करने और दर्द से राहत देने में भी सहायक होता है।
जूस बनाने की विधि
सामग्री:
मध्यम आकार का खीरा
अजवाइन की डंडियां (सेलेरी)
आधा नींबू
2.5 सेंटीमीटर अदरक का टुकड़ा
बनाने की विधि:
सभी सामग्रियों को अच्छी तरह धो लें।
खीरे और अजवाइन को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
अदरक का छिलका उतारें और पतले स्लाइस कर लें।
आधे नींबू का रस निचोड़कर ब्लेंडर में डालें।
सारी सामग्री को ब्लेंडर में डालकर अच्छे से पीस लें।
तैयार जूस को छानें और 1-2 बार प्रतिदिन सेवन करें।
इस जूस का नियमित सेवन करने से शरीर में यूरिक एसिड का स्तर नियंत्रित होता है। इसके अलावा, यह सूजन और दर्द को कम करता है और जोड़ों को स्वस्थ बनाता है।
हालांकि, यदि किसी को पहले से कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो इसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
गाउट और यूरिक एसिड क्रिस्टल से बचाव के लिए प्राकृतिक उपाय न केवल प्रभावी होते हैं, बल्कि इनके कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होते। खीरे का जूस एक ऐसा ही उपाय है, जो जोड़ों को स्वस्थ रखने और गाउट से बचने में मदद करता है।
Disclaimer: यह एक वेब बेस्ड आर्टिकल है, उपचार हेतु प्रयोग में लाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें
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