भारत के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने 2024 में कई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संबंधी गोल को अचीव किया और महत्वपूर्ण योजनाओं को को सफलतापूर्वक लागू किया। इन पहलों ने न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाई है, बल्कि आम जनता के जीवनस्तर को भी सुधारने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
आयुष्मान भारत योजना: विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना
- आयुष्मान आरोग्य मंदिर (AAM):
देशभर में 1,75,338 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र चालू।
55.66 करोड़ लोगों की हाईपरटेंशन और 48.44 करोड़ की मधुमेह जांच।
4.45 करोड़ योग और वेलनेस सत्र आयोजित।
- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY):
12.37 करोड़ परिवारों को ₹5 लाख का स्वास्थ्य बीमा कवर।
8.39 करोड़ अस्पताल में भर्ती के मामले स्वीकृत, जिसमें ₹1.16 लाख करोड़ का खर्च।
टीकाकरण और पोषण में नई तकनीकों का समावेश
U-WIN डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से 7.9 करोड़ लोगों का टीकाकरण।
एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत करोड़ों बच्चों और महिलाओं को पोषण सहायता दी गई।
1.32 करोड़ वैक्सीनेशन सत्र आयोजित।
क्षय रोग (TB) उन्मूलन में ऐतिहासिक प्रगति
टीबी मुक्त भारत अभियान: टीबी के मामलों में 64% की गिरावट।
निक्षय पोषण योजना: हर मरीज को ₹1000 प्रति माह सहायता।
347 जिलों में 100-दिनीय टीबी उन्मूलन अभियान चलाया गया।
डिजिटल स्वास्थ्य: भविष्य की ओर एक कदम
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM):
71.52 करोड़ स्वास्थ्य खाते बनाए गए।
3.55 लाख स्वास्थ्य सुविधाएं पंजीकृत।
ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा:
32.6 करोड़ टेली-कंसल्टेशन पूरे किए गए।
महिला और बाल स्वास्थ्य में सुधार
मातृ मृत्यु दर (MMR) घटकर 97 प्रति लाख जीवित जन्म रह गई।
पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर 32 प्रति 1000 जीवित जन्मों तक घटी।
प्रसव सुरक्षा अभियान (PMSMA): 76.49 लाख हाई-रिस्क गर्भवती महिलाओं की पहचान और इलाज।
तंबाकू नियंत्रण और जागरूकता अभियान
तंबाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 के तहत 27,000 गांव तंबाकू मुक्त घोषित।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर पीवी सिंधु को तंबाकू नियंत्रण का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की प्रगति
मलेरिया उन्मूलन: 2023 में मलेरिया के मामलों में 69% की कमी।
सिकल सेल एनीमिया मिशन: 4.78 करोड़ लोगों की जांच पूरी।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार: विश्व स्तर पर पहचान
भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन पहलों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच में उल्लेखनीय सुधार किया है। इन प्रयासों ने भारत को वैश्विक मंच पर एक स्वास्थ्य नेतृत्वकर्ता के रूप में स्थापित किया है। 2024 की ये उपलब्धियां एक स्वस्थ और मजबूत भारत के निर्माण में मील का पत्थर साबित होंगी।
Comments