Human Metapneumovirus

चीन के बाद भारत में शुरू हुए HMPV वायरस के संक्रमण को लेकर हेल्थ सेक्रेटरी पुन्या सलीला श्रीवास्तव ने एक वर्चुअल मीडियम से राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। भारत में श्वसन रोगों की वर्तमान स्थिति और ह्यूमन मेटापेन्यूमोवायरस (HMPV) के बढ़ते मामलों की समीक्षा की गई। यह बैठक चीन में HMPV मामलों में वृद्धि की मीडिया रिपोर्ट्स के मद्देनजर आयोजित की गई थी। बैठक में सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों और उनके प्रबंधन पर चर्चा की गई।

बैठक में स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग के सचिव डॉ. राजीव बहल, DGHS डॉ. (प्रो.) अतुल गोयल, NCDC, IDSP, ICMR, NIV के विशेषज्ञों और IDSP के राज्य सर्विलांस यूनिट्स के अधिकारियों ने भाग लिया।

भारत में HMPV से जुड़ी स्थिति सामान्य

बैठक के दौरान यह बताया गया कि IDSP (इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम) के आंकड़े किसी भी स्थान पर ILI/SARI (इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी/गंभीर श्वसन संक्रमण) मामलों में असामान्य वृद्धि का संकेत नहीं देते हैं। यह जानकारी ICMR के सेंटिनल सर्विलांस डेटा से भी पुष्ट हुई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने स्पष्ट किया कि HMPV से जनता को घबराने की आवश्यकता नहीं है। यह वायरस 2001 से वैश्विक स्तर पर मौजूद है और आमतौर पर सर्दियों और शुरुआती वसंत के महीनों में देखा जाता है। उन्होंने राज्यों को ILI/SARI निगरानी प्रणाली को मजबूत करने और समीक्षा करने का निर्देश दिया। साथ ही यह आश्वासन दिया कि भारत संभावित मामलों की वृद्धि से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

HMPV: एक हल्का और स्व-सीमित संक्रमण

विशेषज्ञों के अनुसार, HMPV एक श्वसन वायरस है जो सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है। यह संक्रमण आमतौर पर हल्का और स्व-सीमित होता है, जिसमें अधिकांश मरीज स्वतः ही ठीक हो जाते हैं। ICMR-VRDL प्रयोगशालाओं में इस वायरस की पहचान के लिए पर्याप्त निदान सुविधाएं उपलब्ध हैं।

संक्रमण की रोकथाम के लिए जागरूकता बढ़ाने पर जोर

राज्यों को संक्रमण की रोकथाम के लिए जन जागरूकता बढ़ाने का निर्देश दिया गया। इसमें निम्नलिखित सरल उपाय अपनाने की सलाह दी गई:

नियमित रूप से साबुन और पानी से हाथ धोना।

बिना धोए हाथों से आंख, नाक और मुंह को छूने से बचना।

बीमारी के लक्षण वाले लोगों से दूरी बनाए रखना।

खांसते और छींकते समय मुंह और नाक को ढकना।

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि सर्दियों के महीनों में श्वसन रोगों में सामान्य वृद्धि होती है, लेकिन देश में इनसे निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन और तैयारी है।

सरकार की सक्रियता और तैयारियों के बीच HMPV या अन्य श्वसन संक्रमण से घबराने की जरूरत नहीं है। सरल सावधानियां अपनाकर संक्रमण के प्रसार को रोका जा सकता है।

Comments