HMPV virus in India

चीन में हड़कंप मचाने वाला HMPV वायरस भारत के भी कई राज्यों में दस्तक दे चुका है। ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामलों ने स्वास्थ्य विभाग को सतर्क कर दिया है। अब तक देश में HMPV के सात मामले दर्ज किए गए हैं। केंद्र और राज्य सरकारें वायरस को नियंत्रित करने के लिए सक्रिय कदम उठा रही हैं।

मौजूदा स्थिति

कर्नाटक:
बेंगलुरु में दो शिशु HMPV से संक्रमित पाए गए हैं। तीन महीने का बच्चा स्वस्थ होकर घर लौट चुका है, जबकि आठ महीने का एक अन्य शिशु अभी इलाज करा रहा है।

गुजरात:
अहमदाबाद में दो महीने के एक शिशु में HMPV की पुष्टि हुई है।

तमिलनाडु:
राज्य में दो नए मामलों की पहचान की गई है। उसके बाद तमिलनाडु में भी सतर्कता बरती जा रही है

सरकार की तैयारियां

केंद्रीय स्तर पर कदम

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है और यह पहले से ही दुनिया में मौजूद है। मंत्रालय ने जनता को घबराने की बजाय सावधानी बरतने की सलाह दी है। इसके तहत मास्क पहनने, बार-बार हाथ धोने और भीड़भाड़ से बचने की हिदायत दी गई है।

राज्य स्तर पर कदम

कर्नाटक:
राज्य सरकार ने मास्क पहनने और अस्पतालों में फ्लू जैसे मामलों की निगरानी के लिए निर्देश जारी किए हैं।

दिल्ली:
स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने शहर के सभी अस्पतालों को HMPV मामलों से निपटने के लिए तैयार रहने का आदेश दिया है।

महाराष्ट्र:
राज्य में अब तक HMPV का कोई मामला सामने नहीं आया है। स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों को सतर्क रहने और सरकार द्वारा जारी सलाह का पालन करने को कहा है।

जनता के लिए सलाह

HMPV आमतौर पर सर्दी जैसे लक्षण पैदा करता है, लेकिन यह छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए गंभीर हो सकता है। विशेषज्ञों ने कुछ एहतियात अपनाने की सलाह दी है:

नियमित रूप से साबुन और पानी से हाथ धोएं।

खांसते और छींकते समय मुंह और नाक को ढकें।

भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनें।

लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

मौजूदा हालात में सरकार स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है और आवश्यक कदम उठा रही है। नागरिकों से अपील है कि वे घबराएं नहीं और केवल सरकारी स्रोतों से मिली जानकारी पर विश्वास करें।

Comments