Blue Light

आजकल हर कोई स्मार्टफोन, लैपटॉप और टीवी जैसे डिजिटल उपकरणों का इस्तेमाल घंटों तक करता है। स्क्रीन से निकलने वाली ब्लू लाइट न केवल आंखों को प्रभावित कर सकती है, बल्कि त्वचा के लिए भी खतरनाक साबित हो सकती है। लेकिन क्या यह वाकई त्वचा को नुकसान पहुंचाती है? आइए जानते हैं विशेषज्ञों और शोधों से जुड़ी जानकारी।

ब्लू लाइट क्या है?

ब्लू लाइट, जिसे हाई-एनर्जी विजिबल (HEV) लाइट भी कहा जाता है, एक प्रकार की रोशनी है जो डिजिटल उपकरणों और सूरज की किरणों से निकलती है। हालांकि सूर्य से मिलने वाली ब्लू लाइट प्राकृतिक होती है, लेकिन स्क्रीन से मिलने वाली कृत्रिम ब्लू लाइट लंबे समय तक त्वचा के संपर्क में रहती है, जिससे नुकसान होने की आशंका बढ़ जाती है।

ब्लू लाइट का त्वचा पर प्रभाव

शोध के अनुसार, ब्लू लाइट त्वचा में मौजूद फ्री रैडिकल्स (Free Radicals) को बढ़ा सकती है, जिससे त्वचा का कोलाजेन (Collagen) टूट सकता है। यह झुर्रियां, दाग-धब्बे और समय से पहले बुढ़ापे के लक्षणों को जन्म दे सकता है।

त्वचा की रंजकता (Pigmentation): 2018 में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, लंबे समय तक ब्लू लाइट के संपर्क में रहने से त्वचा की रंगत असमान हो सकती है।

सूजन और जलन: यह त्वचा की ऊपरी परत को नुकसान पहुंचाकर सूजन और जलन का कारण बन सकती है।

नींद का नुकसान: ब्लू लाइट मेलाटोनिन हॉर्मोन को प्रभावित करती है, जिससे त्वचा की मरम्मत प्रक्रिया धीमी हो जाती है।

विशेषज्ञों की राय

त्वचा रोग विशेषज्ञों का मानना है कि ब्लू लाइट का प्रभाव सीधे तौर पर आपकी स्क्रीन टाइम और त्वचा देखभाल पर निर्भर करता है। डॉ. नीना दत्ता, एक प्रमुख त्वचा विशेषज्ञ, बताती हैं, “ब्लू लाइट लंबे समय तक त्वचा पर रहने से क्षति पहुंचा सकती है। हालांकि, सही स्किन केयर रूटीन अपनाकर इसे रोका जा सकता है।”

ब्लू लाइट से बचाव के उपाय

  1. सनस्क्रीन का इस्तेमाल: एसपीएफ 30 या उससे अधिक वाला ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन लगाएं, जो ब्लू लाइट से भी सुरक्षा प्रदान करता है।
  2. स्क्रीन टाइम सीमित करें: डिजिटल उपकरणों का उपयोग सीमित समय तक करें।
  3. ब्लू लाइट ब्लॉकिंग स्क्रीन: अपने गैजेट्स पर ब्लू लाइट फिल्टर का इस्तेमाल करें।
  4. एंटीऑक्सीडेंट युक्त स्किनकेयर प्रोडक्ट्स: विटामिन सी और ई जैसे एंटीऑक्सीडेंट युक्त क्रीम का उपयोग करें, जो त्वचा को फ्री रैडिकल्स से बचाते हैं।
  5. डार्क मोड का उपयोग करें: अपने स्मार्टफोन और लैपटॉप पर डार्क मोड फीचर का इस्तेमाल करें।

क्या कहते हैं शोध?

अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी के मुताबिक, ब्लू लाइट का त्वचा पर प्रभाव अल्ट्रावॉयलेट किरणों जितना गंभीर तो नहीं है, लेकिन लंबे समय तक इसके संपर्क में रहने से नुकसान हो सकता है। 2021 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 30% लोग जो स्क्रीन का अधिक उपयोग करते हैं, उनमें त्वचा संबंधी समस्याओं की शिकायत देखी गई।

निष्कर्ष

ब्लू लाइट के त्वचा पर प्रभाव को पूरी तरह नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। हालांकि, सही जागरूकता और एहतियात बरतकर इससे होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। डिजिटल युग में, जहां स्क्रीन हमारी दिनचर्या का हिस्सा बन गई है, यह जरूरी है कि हम अपनी त्वचा की देखभाल पर भी ध्यान दें।

— रिपोर्ट: स्वास्थ्य और त्वचा विशेषज्ञों की राय पर आधारित।

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