खर्राटे, जिसे हम अक्सर मजाक या सामान्य समस्या समझते हैं, असल में स्वास्थ्य से जुड़ी एक जटिल स्थिति हो सकती है। यह न केवल आपकी नींद की गुणवत्ता को प्रभावित करता है, बल्कि आपके आसपास के लोगों के लिए भी परेशानी का कारण बन सकता है। आइए समझते हैं कि खर्राटे क्यों आते हैं और इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण क्या है।
खर्राटे का कारण: मांसपेशियों का शिथिल होना
नींद के दौरान शरीर की सभी मांसपेशियां, जिनमें गले की मांसपेशियां भी शामिल हैं, शिथिल हो जाती हैं। अगर किसी व्यक्ति के गले की संरचना पहले से ही तंग (संकरी) है, तो नींद में मांसपेशियों के अधिक ढीले पड़ने से गले की दीवारें आपस में सटने लगती हैं।
फैरिंक्स का संकरा होना
गले में फैरिंक्स नामक नली होती है, जो हवा के प्रवाह में सहायक होती है। जब यह नली संकरी हो जाती है, तो सांस लेने और छोड़ने के दौरान हवा को मजबूरन तंग रास्ते से गुजरना पड़ता है। इस दौरान फैरिंक्स की दीवारें कंपन करती हैं और एक-दूसरे से टकराती हैं, जिससे खर्राटे की आवाज उत्पन्न होती है।
खर्राटों को बढ़ाने वाले कारक
- अत्यधिक वजन: गले और गर्दन के आसपास चर्बी जमा होने से वायुमार्ग संकरा हो सकता है।
- सोने की स्थिति: पीठ के बल सोने से गुरुत्वाकर्षण के कारण गले की दीवारें अधिक सट सकती हैं।
- अल्कोहल और दवाएं: ये गले की मांसपेशियों को अत्यधिक शिथिल कर देती हैं।
- सांस संबंधी समस्याएं: सर्दी, नाक बंद होना या एलर्जी भी वायुमार्ग को अवरुद्ध कर सकती हैं।
- उम्र: उम्र बढ़ने के साथ मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे खर्राटे की संभावना बढ़ जाती है।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
खर्राटे सामान्य हो सकते हैं, लेकिन यह स्लीप एपनिया नामक गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकते हैं। स्लीप एपनिया में व्यक्ति की सांस कुछ समय के लिए रुक जाती है, जिससे दिल के रोग, उच्च रक्तचाप और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
खर्राटों से बचने के उपाय
- वजन नियंत्रित करें: नियमित व्यायाम और संतुलित आहार से वज़न कम करें।
- सोने की स्थिति बदलें: पीठ के बजाय करवट लेकर सोने की आदत डालें।
- अल्कोहल और दवाओं से बचें: सोने से पहले इनका सेवन न करें।
- नाक को साफ रखें: सर्दी या एलर्जी के समय नाक खोलने वाले उपाय अपनाएं।
- मेडिकल सलाह लें: यदि खर्राटे अत्यधिक हों, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
निष्कर्ष
खर्राटे केवल एक सामान्य समस्या नहीं हैं, बल्कि इसके पीछे गहरी स्वास्थ्य जटिलताएं हो सकती हैं। इसे अनदेखा करना सही नहीं है। यदि आप या आपके परिवार में कोई व्यक्ति खर्राटे लेता है, तो इसे गंभीरता से लें और समय रहते उपाय करें। एक बेहतर नींद के लिए स्वस्थ आदतें अपनाएं और अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें।
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