Cancer Myths

कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इसके बारे में समाज में कई तरह के मिथक फैले हुए हैं। इन गलतफहमियों के कारण लोग समय पर इलाज से वंचित रह जाते हैं और बीमारी अधिक जटिल हो जाती है। विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर आइए जानते हैं कैंसर से जुड़े प्रमुख मिथक और उनकी सच्चाई।

मिथक Vs सच्चाई

मिथक 1: कैंसर छूने से फैलता है

सच्चाई: कैंसर किसी भी प्रकार से संक्रामक नहीं है। यह व्यक्ति से व्यक्ति में नहीं फैलता। हालांकि, कुछ वायरस जैसे एचपीवी और हेपेटाइटिस बी संक्रमण से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

मिथक 2: कैंसर का मतलब मौत है

सच्चाई: यह पूरी तरह गलत है। यदि समय पर कैंसर का निदान और सही इलाज किया जाए, तो इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। आज कैंसर के इलाज में कीमोथेरेपी, सर्जरी और इम्यूनोथेरेपी जैसी तकनीकों की मदद से लाखों मरीज ठीक हो रहे हैं।

मिथक 3: कैंसर केवल बुजुर्गों को होता है

सच्चाई: कैंसर किसी भी उम्र में हो सकता है। आजकल प्रदूषण, अस्वास्थ्यकर आहार और तनाव के कारण युवा और यहां तक कि बच्चे भी इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं।

मिथक 4: तंबाकू छोड़ने के बाद कैंसर का खतरा समाप्त हो जाता है

सच्चाई: तंबाकू छोड़ने से कैंसर का खतरा कम जरूर होता है, लेकिन यह पूरी तरह समाप्त नहीं होता। तंबाकू सेवन करने वाले लोगों को नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए।

मिथक 5: कैंसर का इलाज सिर्फ कीमोथेरेपी है

सच्चाई: कैंसर के इलाज के लिए कीमोथेरेपी के अलावा सर्जरी, रेडिएशन थैरेपी, इम्यूनोथेरेपी और टारगेटेड थैरेपी जैसे कई अन्य विकल्प मौजूद हैं।

मिथक 6: कैंसर के लिए हर्बल दवाएं कारगर होती हैं

सच्चाई: हर्बल दवाएं कैंसर का इलाज नहीं कर सकतीं। कैंसर के इलाज के लिए हमेशा डॉक्टर की सलाह और वैज्ञानिक चिकित्सा पद्धतियों पर ही भरोसा करना चाहिए।

स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और जागरूक बनें

नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं।

तंबाकू और शराब से बचें।

संतुलित आहार लें और नियमित व्यायाम करें।

कैंसर के लक्षणों को नजरअंदाज न करें।

कैंसर के प्रति सही जानकारी और जागरूकता ही इसे रोकने और सफल इलाज की कुंजी है। मिथकों से बचें और सही तथ्यों पर भरोसा करें।

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