जापानी वैज्ञानिकों ने स्टेम सेल तकनीक की मदद से दृष्टिहीन लोगों की आंखों की रोशनी वापस लाने में बड़ी सफलता हासिल की है। यह नई तकनीक उन लाखों लोगों के लिए उम्मीद की किरण है, जो कॉर्निया से जुड़ी बीमारियों के कारण देखने में असमर्थ हैं।
स्टेम सेल से नई रोशनी
2022 में जापान के ओसाका यूनिवर्सिटी अस्पताल में हुए एक परीक्षण में वैज्ञानिकों ने चार मरीजों की आंखों में स्टेम सेल ट्रांसप्लांट किया। इसमें स्वस्थ रक्त कोशिकाओं से खास प्रकार की स्टेम कोशिकाएं (iPSCs) तैयार की गईं, जिन्हें कॉर्निया की मरम्मत के लिए इस्तेमाल किया गया। इससे उन मरीजों की आंखों की रोशनी आंशिक रूप से वापस आ गई, जो लिम्बल स्टेम सेल डिफिशिएंसी (LSCD) नाम की बीमारी से पीड़ित थे।
कैसे हुए नतीजे?
दो साल बाद, तीन मरीजों की आंखों की रोशनी में बड़ा सुधार देखा गया। उनकी कॉर्निया पहले से अधिक पारदर्शी हो गई, जिससे उन्हें साफ दिखने लगा। खास बात यह है कि इस तकनीक में किसी और व्यक्ति की आंख (डोनर कॉर्निया) की जरूरत नहीं पड़ती, जिससे अधिक मरीजों को फायदा मिल सकता है।
चुनौतियां और आगे की राह
हालांकि, एक मरीज की दृष्टि एक साल बाद फिर से कमजोर हो गई, संभवतः शरीर की प्रतिरोधक प्रणाली (इम्यून रिस्पॉन्स) के कारण। वैज्ञानिक अब इस तकनीक को और बेहतर बनाने के लिए बड़े पैमाने पर नए परीक्षण करने की योजना बना रहे हैं।
आंखों की रोशनी लौटाने में नया कदम
अब तक स्टेम सेल तकनीक का इस्तेमाल मुख्य रूप से मैक्युलर डिजनरेशन जैसी बीमारियों के इलाज में किया जाता था। लेकिन यह पहली बार है जब इसे कॉर्निया की मरम्मत के लिए सफलतापूर्वक इस्तेमाल किया गया है। यह खोज दृष्टिहीन लोगों के लिए एक नई रोशनी साबित हो सकती है और भविष्य में आंखों के इलाज का तरीका बदल सकती है।
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