अमेरिका एक बार फिर महामारी के खतरे की ओर बढ़ रहा है। इस बार वजह है – H5N1 एवियन इन्फ्लुएंजा वायरस, जिसे आमतौर पर बर्ड फ्लू कहा जाता है। यह वायरस अमेरिका के सभी 50 राज्यों में फैल चुका है और अब मानव संक्रमण के मामले सामने आने लगे हैं। विशेषज्ञ इसे एक संभावित नई महामारी के रूप में देख रहे हैं।
क्या है H5N1 वायरस?
H5N1 एक घातक एवियन इन्फ्लुएंजा वायरस है जो पक्षियों में पाया जाता है। हालांकि यह मुख्यतः पक्षियों को संक्रमित करता है, लेकिन कुछ मामलों में यह जानवरों और इंसानों में भी संक्रमण फैला सकता है। इस वायरस की मारक क्षमता अधिक होती है और यदि यह मानव-से-मानव फैलाव में बदल गया, तो एक वैश्विक स्वास्थ्य संकट खड़ा हो सकता है।
अमेरिका में स्थिति कितनी गंभीर है?
सभी 50 राज्यों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।
70 से अधिक मानव संक्रमण के मामले सामने आए हैं — अधिकतर डेयरी और पोल्ट्री से जुड़े श्रमिक।
1,000 से अधिक डेयरी फार्म प्रभावित हुए हैं, जिससे लाखों पक्षियों को मारना पड़ा है।
वायरस अब गायों और अन्य स्तनधारियों में भी फैल रहा है, जो इंसानों में संक्रमण की आशंका को और बढ़ाता है।
क्या वायरस अब इंसानों के लिए खतरा बन चुका है?
अब तक संक्रमण के मामले सीमित हैं, लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि:
यह वायरस जिन जानवरों में फैला है, वे इंसानों के संपर्क में आते हैं — जैसे गायें, बकरी, सुअर।
यदि यह वायरस मौसमी फ्लू या अन्य मानव वायरस से जीन का आदान-प्रदान करता है, तो यह मानव-से-मानव फैलाव में बदल सकता है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि यह “केवल एक उत्परिवर्तन दूर” है महामारी बनने से।
हेल्थ एजेंसियों की प्रतिक्रिया
CDC (अमेरिका की रोग नियंत्रण एजेंसी) ने अलर्ट जारी किया है और हाई रिस्क क्षेत्रों में पीपीई (PPE) का इस्तेमाल अनिवार्य किया है।
लेकिन CDC ने एक महत्वपूर्ण कार्यशाला रद्द कर दी, जो बर्ड फ्लू के मानव संक्रमण की रोकथाम पर केंद्रित थी। इससे वैज्ञानिकों में चिंता बढ़ गई है।
WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने इस पर वैश्विक निगरानी बढ़ा दी है।
अब तक कौन-कौन से जानवर संक्रमित पाए गए हैं?
मुर्गियां, बत्तखें
गाय, बकरी, सूअर
बिल्लियाँ, कुत्ते, और यहां तक कि घोड़े भी
इससे साबित होता है कि वायरस में तेजी से फैलने और प्रजाति पार करने की क्षमता है।
विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं?
“हमें यह मानकर चलना होगा कि अगली महामारी H5N1 हो सकती है,” — यह कहना है वायरस विशेषज्ञ डॉ. ऐलेक्स रॉबर्टसन का।
कई शोधकर्ताओं का मानना है कि मानव संक्रमण के मामलों को अब हल्के में नहीं लिया जा सकता।
वैक्सीन कंपनियां और बायोटेक फर्म अब H5N1 के लिए मानव टीका विकसित करने की प्रक्रिया में हैं।
क्या भारत को सतर्क हो जाना चाहिए?
हां। हालांकि भारत में अभी कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन:
भारत पोल्ट्री प्रोडक्शन में अग्रणी देशों में है।
बर्ड माइग्रेशन के जरिए वायरस एशिया में भी आ सकता है।
सरकार और पशुपालन विभागों को निगरानी बढ़ाने की आवश्यकता है।
H5N1 अब केवल पक्षियों की बीमारी नहीं रही। अमेरिका में इसका फैलाव और मानव मामलों की पुष्टि यह दर्शाती है कि हम एक और महामारी की दहलीज पर खड़े हो सकते हैं। भारत सहित अन्य देशों को अभी से सतर्कता, निगरानी और टीकाकरण की दिशा में गंभीरता से काम करना होगा। स्वास्थ्य सुरक्षा अब केवल विकल्प नहीं, ज़रूरत बन चुकी है।
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