Boost your Memory

तेजी से डिजिटल होती दुनिया में स्मार्टफोन और इंटरनेट हमारी दिनचर्या का अहम हिस्सा बन चुके हैं। सुबह नींद खुलते ही मोबाइल स्क्रीन पर नजर और रात को सोने से पहले तक लगातार इंटरनेट खपत हमारी आदत बन गई है। लेकिन हाल ही में एक नई अंतरराष्ट्रीय शोध में यह खुलासा हुआ है कि यदि हम केवल दो हफ्तों के लिए मोबाइल इंटरनेट से दूरी बना लें, तो हमारे मानसिक स्वास्थ्य में चमत्कारी सुधार देखने को मिल सकता है।

क्या कहता है यह शोध?

यह अध्ययन यूनाइटेड किंगडम में किया गया, जिसमें सैकड़ों लोगों को शामिल किया गया था। शोधकर्ताओं ने एक एप्लिकेशन की मदद से प्रतिभागियों के स्मार्टफोन पर मोबाइल इंटरनेट को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया। प्रतिभागियों को केवल कॉल और SMS जैसी बेसिक सुविधाओं तक ही सीमित किया गया। इस अवधि के दौरान उनका मूल्यांकन किया गया और पाया गया कि अधिकांश लोगों ने डिप्रेशन, एंग्जायटी और गुस्से जैसी मानसिक समस्याओं में उल्लेखनीय कमी महसूस की।

इंटरनेट डिटॉक्स से मानसिक शांति कैसे मिलती है?

शोधकर्ताओं का मानना है कि डिजिटल डिटॉक्स—यानि कुछ समय के लिए डिजिटल उपकरणों और इंटरनेट से पूरी तरह दूरी बनाना—दिमाग को राहत देने का एक असरदार तरीका है। इंटरनेट और सोशल मीडिया के अत्यधिक उपयोग से मस्तिष्क लगातार उत्तेजित रहता है, जिससे तनाव और बेचैनी बढ़ती है। वहीं, जब हम इन डिजिटल माध्यमों से दूरी बनाते हैं, तो मस्तिष्क को रुकने, सोचने और खुद से जुड़ने का अवसर मिलता है।

शोध में यह भी सामने आया:

प्रतिभागियों की नींद की गुणवत्ता में सुधार हुआ।

ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ी।

गुस्से और चिड़चिड़ेपन में कमी आई।

ऑफलाइन सामाजिक गतिविधियों में भागीदारी बढ़ी, जिससे आत्म-संतोष की भावना उत्पन्न हुई।

क्या कहती हैं विशेषज्ञों की राय?

मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, इंटरनेट का अत्यधिक इस्तेमाल डूम-स्क्रॉलिंग, तुलनात्मक व्यवहार और सूचना अधिभार (information overload) का कारण बनता है। ये सभी मानसिक थकान के साथ-साथ अवसाद की स्थिति को भी जन्म देते हैं। दो सप्ताह की डिजिटल दूरी न केवल इन प्रभावों को कम करती है, बल्कि व्यक्ति के अंदर आत्म-जागरूकता भी बढ़ाती है।

क्या आप भी आजमा सकते हैं ये तरीका?

अगर आप लगातार थकान, तनाव या मानसिक अस्थिरता महसूस कर रहे हैं, तो यह प्रयोग आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।

सप्ताहांत पर “नो-इंटरनेट डे” की योजना बनाएं।

सोशल मीडिया ऐप्स को कुछ समय के लिए डिलीट करें या नोटिफिकेशन बंद करें।

ऑफलाइन गतिविधियों जैसे किताब पढ़ना, टहलना, पेंटिंग या योग को अपनाएं।

परिवार और दोस्तों के साथ आमने-सामने संवाद करें।

इस शोध से यह स्पष्ट होता है कि डिजिटल यंत्रों की अधिकता से दूर रहना हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। जब हम इंटरनेट से दूरी बनाते हैं, तो हम खुद से जुड़ पाते हैं, सोच पाते हैं और अपने मन को शांति दे सकते हैं। दो हफ्ते की यह डिजिटल दूरी न केवल मानसिक स्वास्थ्य को नया जीवन देती है, बल्कि व्यक्ति के जीवन में संतुलन और स्थिरता भी लाती है।

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