हृदय रोग विशेषज्ञों के अनुसार, आपका पाचन तंत्र सीधे हृदय की सेहत को प्रभावित करता है। सही तरीके से पाचन न होने पर उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, मधुमेह और गुर्दे की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
1️⃣ पेट फूलना: संकेत है कि पाचन तंत्र कमजोर है
भोजन के बाद पेट फूलना आम समस्या है, लेकिन बार-बार होना संकेत देता है कि पाचन तंत्र कमजोर है।
यह हृदय और रक्त वाहिकाओं पर अप्रत्यक्ष प्रभाव डाल सकता है।
सही जीवनशैली अपनाकर इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
2️⃣ धीरे-धीरे और ध्यानपूर्वक खाएं
खाने को अच्छी तरह चबाना आवश्यक है।
जल्दी-जल्दी खाना खाने से गैस, एसिडिटी और पेट फूलने की समस्या बढ़ सकती है।
सुझाव: हर निवाले को कम से कम 15-20 बार चबाएं।
3️⃣ कार्बोनेटेड ड्रिंक्स और प्रोसेस्ड फूड से बचें
सोडा, कोल्ड ड्रिंक और जंक फूड पाचन तंत्र में गैस और सूजन पैदा कर सकते हैं।
प्रोसेस्ड फूड में फाइबर कम और सोडियम ज्यादा होता है, जो दिल पर अतिरिक्त दबाव डालता है।
4️⃣ फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर आहार अपनाएं
साबुत अनाज, फल और सब्जियां पेट की सेहत के लिए बेहतरीन हैं।
यह हृदय को भी स्वस्थ रखने में मदद करता है।
फाइबर कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है और रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है।
5️⃣ भोजन के बाद हल्की सैर
खाने के तुरंत बाद लेटना पेट फूलने और एसिडिटी को बढ़ा सकता है।
10-15 मिनट की हल्की सैर से पाचन बेहतर होता है और गैस की समस्या कम होती है।
6️⃣ पर्याप्त पानी पिएं
पानी पाचन तंत्र को सुचारु बनाए रखता है और शरीर से विषाक्त पदार्थ निकालता है।
रोजाना कम से कम 7-8 गिलास पानी पीना आदर्श है।
पाचन तंत्र और हृदय स्वास्थ्य का वैज्ञानिक कनेक्शन
गट माइक्रोबायोम (पाचन तंत्र में मौजूद बैक्टीरिया) असंतुलित होने पर हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।
गलत बैक्टीरिया कोलेस्ट्रॉल और सूजन बढ़ा सकते हैं।
स्वस्थ पाचन तंत्र = मजबूत हृदय
विशेषज्ञ की सलाह
भोजन को संतुलित रखें, जल्दी-जल्दी न खाएं।
प्रोसेस्ड फूड और कार्बोनेटेड ड्रिंक से बचें।
पेट फूलने की समस्या को नजरअंदाज न करें।
नियमित हल्की सैर और पर्याप्त पानी पीने की आदत डालें।
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