ADHD prevention

आज के समय में, मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं तेजी से चर्चा का विषय बन रही हैं। बच्चों में पाए जाने वाले मानसिक विकारों में एडीएचडी (Attention Deficit Hyperactivity Disorder) सबसे आम विकार है। यह विकार बच्चों और वयस्कों दोनों को प्रभावित कर सकता है। इस विकार के कारण व्यक्ति को ध्यान केंद्रित करने, व्यवस्थित रहने और अपनी ऊर्जा को नियंत्रित करने में कठिनाई होती है। आइए, विस्तार से जानते हैं एडीएचडी के लक्षण, प्रकार, कारण, निदान और इसके उपचार के बारे में।

ADHD के लक्षण

बच्चों में:

  1. ध्यान केंद्रित करने में परेशानी।
  2. लगातार किसी कार्य को अधूरा छोड़ देना।
  3. हाइपरएक्टिविटी यानी जरूरत से ज्यादा सक्रिय होना।
  4. बोलते समय या कक्षा में बार-बार बीच में बोलना।
  5. किसी भी निर्देश का पालन न करना।
  6. अत्यधिक उत्तेजित रहना।

वयस्कों में:

  1. काम की समय सीमा को पूरा न कर पाना।
  2. चीजों को भूल जाना।
  3. बहुत ज्यादा बातचीत करना।
  4. किसी भी परिस्थिति में धैर्य न रख पाना।
  5. निर्णय लेने में जल्दबाजी करना।

ADHD के प्रकार

  1. अटेंशन डेफिसिट (Inattentive Type): इस प्रकार में व्यक्ति का ध्यान भटकता रहता है और वह लंबे समय तक किसी भी कार्य पर ध्यान नहीं दे पाता।
  2. हाइपरएक्टिव और इम्पल्सिव (Hyperactive-Impulsive Type): इस प्रकार में व्यक्ति ज्यादा सक्रिय और आवेगपूर्ण होता है।
  3. मिश्रित प्रकार (Combined Type): इसमें दोनों प्रकार के लक्षण होते हैं।

ADHD के कारण

हालांकि एडीएचडी के सटीक कारण का पता नहीं चल पाया है, लेकिन निम्नलिखित कारण इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं:

  1. आनुवंशिकता (Genetics): यह विकार परिवार के इतिहास से जुड़ा हो सकता है।
  2. मस्तिष्क संरचना: मस्तिष्क के कुछ हिस्सों का विकास सामान्य से धीमा होना।
  3. गर्भावस्था के दौरान समस्याएं: गर्भ में बच्चे का विकास सही न होना या माताओं द्वारा धूम्रपान और शराब का सेवन।
  4. पर्यावरणीय कारक: विषैले पदार्थों के संपर्क में आना।

ADHD का निदान

ADHD का निदान आसान नहीं है, क्योंकि इसके लक्षण अन्य मानसिक विकारों से मेल खा सकते हैं। इसके लिए निम्नलिखित प्रक्रियाएं अपनाई जाती हैं:

  1. चिकित्सकीय इतिहास की जांच।
  2. बच्चे या वयस्क के व्यवहार का विश्लेषण।
  3. माता-पिता, शिक्षकों और दोस्तों से फीडबैक लेना।
  4. मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ द्वारा विस्तृत मूल्यांकन।

ADHD का उपचार

एडीएचडी के लिए कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है। उपचार में निम्नलिखित शामिल हैं:

  1. दवा: मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ द्वारा निर्धारित दवाओं का उपयोग।
  2. थेरेपी:

बिहेवियरल थेरेपी: बच्चों और वयस्कों के व्यवहार को नियंत्रित करने में मदद करता है।

कोग्निटिव थेरेपी: सोचने के तरीके को सकारात्मक दिशा में ले जाने के लिए।

  1. शैक्षिक सहायता: स्कूल और कॉलेजों में विशेष सहायता प्रदान करना।
  2. जीवनशैली में बदलाव: नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और समय प्रबंधन पर ध्यान देना।

निष्कर्ष

एडीएचडी केवल बच्चों तक सीमित नहीं है; यह वयस्कों को भी प्रभावित कर सकता है। इसके प्रति जागरूकता बढ़ाकर और सही उपचार विधियों को अपनाकर, इसके प्रभावों को कम किया जा सकता है। यदि आपके बच्चे या किसी परिचित में ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो विशेषज्ञ से संपर्क करना जरूरी है।

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