आमतौर पर सफेद चीनी के स्वस्थ विकल्प के रूप में गुड़ और शहद को बेहतर माना जाता है। गुड़, एक प्राकृतिक मिठास देने वाला पदार्थ, आयरन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो इम्युनिटी बढ़ाने, पाचन सुधारने और लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह खून की कमी (एनीमिया) को रोकता है और ब्लड शुगर के स्तर को अचानक बढ़ने से बचाता है। लेकिन क्या हो अगर यही स्वास्थ्यवर्धक विकल्प आपकी बीमारी का कारण बन जाए?
गुड़ में मिलावट का बड़ा खुलासा
हाल ही में The New Indian Express की एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि बेंगलुरु में बिकने वाले गुड़ के नमूनों में खतरनाक रसायनों की मिलावट पाई गई। फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने पाया कि गुड़ में वाशिंग सोडा और चाक पाउडर मिलाया गया था, जिससे उसका वजन बढ़ाया जा सके। इतना ही नहीं, गुड़ को सुनहरी रंगत देने के लिए ‘मेटानिल येलो’ जैसे हानिकारक रंगों का भी उपयोग किया गया था।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि यह मिलावट त्योहारी सीजन में पुरण पोली( आटा, चना दाल, गुड और घी से बनने वाली रेसिपी) की बढ़ी हुई मांग को पूरा करने के लिए की जा रही है।
वाशिंग सोडा से स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव
गुड में वाशिंग सोडा का अंश मिलना भी अलार्मिंग है।
वाशिंग सोडा (सोडियम कार्बोनेट) एक अत्यधिक क्षारीय (alkaline) रसायन है, जिसे सफाई और औद्योगिक कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसका सेवन इंसानों के लिए सुरक्षित नहीं है और इससे कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे:
✅ मुंह, गले और पेट में जलन
✅ उल्टी और डायरिया (दस्त)
✅ पाचन तंत्र में अल्सर और ऊतक क्षति
मेटानिल येलो से होने वाले खतरे
मेटानिल येलो एक अवैध सिंथेटिक फूड कलर है, जिसे मिठाइयों, हल्दी और दालों में मिलाया जाता है। यह शरीर के लिए बेहद हानिकारक और विषाक्त है, जिससे हो सकती हैं ये गंभीर समस्याएं:
✅ उल्टी, मतली और पेट दर्द
✅ लिवर और किडनी को नुकसान
✅ ऑर्गन फेलियर का खतरा
✅ हृदय, लिवर और आंतों को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से नुकसान
ResearchGate पर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, मेटानिल येलो से ओटो-टॉक्सिसिटी (कानों की बीमारी), हेपाटोटॉक्सिसिटी (लिवर को नुकसान) और आंतों को क्षति पहुंचने का खतरा होता है।
गुड़ में आमतौर पर होने वाली मिलावटें
अगर गुड़ सही तरीके से संग्रहित या संसोधित नहीं किया जाता है, तो उसमें मिलावट की संभावना बढ़ जाती है। कच्चे गन्ने या ताड़ के रस को उबालकर बनाए गए गुड़ में यदि साफ-सफाई का ध्यान न रखा जाए, तो धूल, मिट्टी और बैक्टीरिया उसमें मिल सकते हैं।
इसके अलावा, अगर गुड़ को खराब या प्रदूषित जगहों पर संग्रहित किया जाए, तो उसमें लेड (सीसा) या भारी धातुओं जैसे विषैले तत्व पाए जा सकते हैं। इसलिए सुरक्षित और शुद्ध गुड़ खरीदने के लिए विश्वसनीय स्रोतों से ऑर्गेनिक गुड़ खरीदें और उसे एयरटाइट कंटेनर में संग्रहित करें।
गुड़ और शहद जैसे प्राकृतिक मिठास के स्रोत तभी फायदेमंद होते हैं, जब वे शुद्ध हों। लेकिन अगर इनमें रसायनों और मिलावट की मिलावट हो जाए, तो ये स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। त्योहारी सीजन में मिलावटी गुड़ और दूषित खाद्य पदार्थों से बचने के लिए सावधानी बरतें, प्रमाणित स्रोतों से ही खाद्य पदार्थ खरीदें और ऑर्गेनिक उत्पादों को प्राथमिकता दें।
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