एक नए भारतीय विश्लेषण में यह बात सामने आई है कि प्रतिदिन सीमित मात्रा में बादाम का सेवन करने से अधिक वजन वाले और मोटापे से जूझ रहे वयस्कों के हृदय और चयापचय स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पड़ सकता है। अध्ययन के अनुसार, बादाम खाने से कोलेस्ट्रॉल लेवल घट सकता है, शरीर के वजन में कमी आ सकती है और ब्लड शुगर नियंत्रण में सुधार हो सकता है।
इस शोध का संचालन चेन्नई में किया गया, जिसमें 400 से अधिक प्रतिभागियों को शामिल किया गया था। इन प्रतिभागियों को 12 सप्ताह तक रोजाना लगभग 43 ग्राम बादाम खाने को कहा गया। परिणामों में पाया गया कि बादाम खाने वाले समूह में इंसुलिन प्रतिरोध में उल्लेखनीय कमी देखी गई, जो टाइप 2 डायबिटीज़ के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकती है।
कोलेस्ट्रॉल और वजन घटाने में भी मददगार
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि बादाम सेवन करने वालों में कुल कोलेस्ट्रॉल और एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) का स्तर घटा, जबकि शरीर के वजन, बॉडी मास इंडेक्स (BMI), और कमर की माप में भी मामूली गिरावट दर्ज की गई। यह संकेत देता है कि बादाम न केवल दिल के लिए फायदेमंद हैं, बल्कि मोटापा कम करने में भी सहायक हो सकते हैं।
आहार संरचना में संतुलन लाते हैं बादाम
बादाम से मिले अच्छे फैट्स – जैसे मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड – ने प्रतिभागियों के आहार को अधिक संतुलित बनाया। वहीं कार्बोहाइड्रेट की मात्रा स्वाभाविक रूप से कम हो गई, जिससे ब्लड शुगर कंट्रोल में सहायता मिली।
विशेषज्ञों की राय
पोषण विशेषज्ञ मानते हैं कि संतुलित मात्रा में बादाम को डेली डायट में शामिल करना एक व्यावहारिक तरीका हो सकता है जिससे हृदय रोग, मोटापा और टाइप 2 डायबिटीज़ जैसी जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों का खतरा घटाया जा सके। हालांकि, चूंकि बादाम में कैलोरी अधिक होती है, इसलिए इनका सेवन सीमित मात्रा में और एक संतुलित आहार के हिस्से के रूप में ही करना चाहिए।
मेडलार्ज सलाह:
यह अध्ययन यह दर्शाता है कि पारंपरिक भारतीय आहार में बादाम जैसे सुपरफूड्स को शामिल करना, न केवल स्वास्थ्यवर्धक है, बल्कि यह आधुनिक जीवनशैली से जुड़ी चुनौतियों से लड़ने में भी मदद कर सकता है।
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