कोरोना के कहर से बचाव के लिए देश में लॉक डाउन का एक महीना गुजर चुका है। इस बीच भारत मे अब कोरोना मरीजों की संख्या 20 हज़ार के पार जा चुकी है। इस दौरान 5 लाख टेस्ट देश भर में पूरे हुये है और मरीजो की संख्या 20 हजार पार पहुची है।
कोविड एम्पावर कमेटी 2 के चैयरमैन सी के मिश्रा ने एक
कम्परेटिव स्टडी पेश किया जिसके मुताबिक 26 मार्च तक यूएस ने 5 लाख टेस्ट किया था और 80 हजार पॉजिटिव केस थे।इटली में 5 लाख लोगों का टेस्ट 31 मार्च को पूरा हुआ जिसमें 1 लाख लोग पॉजिटिव थे,वहीं यूके में 20 अप्रैल को 5 लाख टेस्ट का आंखडा पूरा हुआ और वहाँ 1लाख 20 हजार पॉजिटिव केस थे जबकि टर्की में 16 अप्रैल को 5लाख टेस्ट का आंकड़ा पूरा हुआ और पोसिटिव केस की संख्या 80 हजार थी जबकि भारत मे 5 लाख टेस्ट का आंखडा 22 अप्रैल को पूरा हुआ और 20 हजार केस पॉजिटिव रहे।
इस एक महीने में भारत में टेस्टिंग 24 टाइम्स बढ़ी जबकि कोविड केस में 16 टाइम्स बढ़ोतरी हुई। सरकार का दावा है कि इस लॉक डाउन पीरियड का इस्तेमाल पुअर हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करने में भी किया गया है। इसके तहत देश भर में अबतक कुल 3773 कोविड फैसिलिटी विकसित किया गया है। वही इसलोलेशन बेड की संख्या 194026 और आईसीयू की संख्या बढ़कर 24644 हुई है, जबकि वेंटीलेटर 12371 की संख्या में मौजूद है और केअर सेंटर में आइसोलेशन बेड 166960 की संख्या में उपलब्ध कराए गये है। सरकार का कहना है कि इस इंफ्रा को और दुरुस्त करना है ।
एम्स के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया के मुताबिक महज 15 फीसदी केस क्रिटिकल और 5 फीसदी सीवियर होता है ऐसे में समय पर जांच होंना और मरीज का अस्पताल आना बेहद जरूरी है ताकि मरीज को क्रिटिकल होने से आसानी से रोका जा सकता है।
वही स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि क्योर रेट भी धीरे धीरे बढ़ रहा है जो अब 19.89% जा पहुचा है।
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