छह डॉक्टर्स और तीन नर्सिंग स्टाफ की पाली के अनुसार मुख्यमंत्री आवास के इस अस्थायी अस्पताल में ड्यूटी लगाई गई है
बिहार में बीते 24 घण्टे के दौरान कोरोना के 385 नए मामले मामले सामने आए हैं और इसके साथ ही राज्य में कोरोना का कुल आंकड़ा 12,525 पर पहुंच चुका है. लेकिन बिहार के स्वास्थ्य महकमे में अभी सिर्फ एक कोरोना मरीज की चिंता है, क्योंकि मामला मुख्यमंत्री आवास से जुड़ा है. हर एक कोरोना मरीज का संक्रमण राज्य के मुखिया के लिए चिंता की बात होनी चाहिए, लेकिन बिहार के सबसे बड़े अस्पताल के 9 डॉक्टर पाली के अनुसार सिर्फ एक मरीज के लिए लगाए गए हैं.
सीएम आवास पर अस्थायी अस्पताल
पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक की तरफ से इसे लेकर एक आदेश जारी किया गया है. स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव की तरफ से फोन पर मिले निर्देश का उल्लेख करते हुए इस आदेश में लिखा गया है कि मुख्यमंत्री आवास पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए वेंटिलेटर युक्त अस्पताल के संचालन हेतु डॉक्टर्स की नियुक्ति की जा रही है. इस आदेश पत्र में छह डॉक्टर्स और तीन नर्सिंग स्टाफ की पाली के अनुसार मुख्यमंत्री आवास के इस अस्थायी अस्पताल में ड्यूटी लगाई गई है.
केवल पटना में 1114 मामले
आपको बता दें कि बीते दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भतीजी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद 24 घण्टे तीन डॉक्टर्स और तीन नर्सेज की शिफ्ट के अनुसार ड्यूटी लगी है. गौर करने वाली बात यह है कि केवल राजधानी पटना में 1114 कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं, वहीं 12 लोगों की मौत भी हो चुकी है. पीएमसीएच में ही कई मेडिकल स्टाफ कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. पिछले महीने तो यहां एक डॉक्टर के कोरोना पॉजिटिव होने पर अस्पताल में भारी हंगामा भी हुआ था.
सैम्पल टेस्ट की धीमी रफ्तार
अन्य जिलों में भी अब कोरोना का कहर तेज होता जा रहा है, वहीं राज्य के सभी अस्पतालों में भी कोरोना दस्तक दे चुका है. चिंता की बात यह भी है कि राज्य में सैम्पल टेस्ट की रफ्तार बहुत धीमी है, बीते 24 घण्टे में मात्र 5168 सैम्पल टेस्ट हुए हैं. इधर, जनप्रतिनिधियों को भी कोरोना लगातार शिकार बना रहा है. मंगलवार को ही जदयू के विधान पार्षद गुलाम गौस, उनकी पत्नी, परिहार की भाजपा विधायक गायत्री देवी और राजद के महानगर अध्यक्ष माहताब आलम की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
कई वीआईपी हो चुके हैं संक्रमित
इससे पहले विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह, राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह, पूर्व सांसद पुतुल सिंह जैसे कई लोग संक्रमित हो चुके हैं. लेकिन इन सब के बीच मुख्यमंत्री आवास पर शुरू हुए वेंटिलेटर युक्त अस्थायी अस्पताल ने बिहार में सियासी रूप ले लिया है. तेजस्वी यादव ने इसे लेकर सीधे मुख्यमंत्री को कटघरे में खड़ा किया है. तेजस्वी ने कहा है कि कब खुद पर आफत आती है, तो अपने ही घर में डॉक्टर भी हैं, वेंटिलेटर भी और नर्सेज भी पहुंच जातीं हैं.
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