वैक्सीन लगवाने के बावजूद कोरोना संक्रमण का शिकार हो रहे लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. बीते दिन ही खबर आई कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के वीसी सहित 40 से ज्यादा डॉक्टर वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बावजूद संक्रमित पाए गए हैं. इससे पहले लखनऊ पीजीआई के डायरेक्टर भी वैक्सीन लेने के बावजूद कोरोना का शिकार हो गए थे.

लगातार सामने आ रहे ऐसे मामलों ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की चिंता बढ़ा दी है. ऐसे में अब स्वास्थ्य मंत्रालय उन लोगों का पता लगाने और उनके डाटा जुटाने में लग गया है, जिन्होंने कोरोना की वैक्सीन तो ले ली है, लेकिन उसके बावजूद कोरोना संक्रमण का शिकार हो गए हैं. इससे जुड़ा डाटा जुटाने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना टेस्ट के फॉर्म में बदलाव किया है.

वैक्सीन लेने के बाद पॉजिटिव होने वाले लोगों को लेकर कोरोना के सैंपल टेस्ट के फार्म में नया पारा जोड़ा गया. नई व्यवस्था के तहत अब सैंपल रिफरेन्स फॉर्म में ये बताना होगा कि क्या आपने कोरोना का वैक्सीन लिया है. इस बात की भी जानकारी देनी होगी कि अगर आपने वैक्सीन लिया है, तो कौन सा वैक्सीन, को-वैक्सीन या फिर कोविशिल्ड.

इसके अलावा, यह भी जानकारी देनी होगी कि वैक्सीन कब लिया. उसकी तारीख भी बतानी होगी. अगर दोनों डोज ले चुके हों, तो यह भी जानकारी देनी होगी कि पहला डोज कब लिया और दूसरा डोज कब लिया. इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय के पास इस जानकारी को पुख्ता तौर पर जुटाने का कोई जरिया नहीं था कि टीका लेने के बाद कोई पॉजिटिव हो रहा है या नहीं. कई जगहों से टीका लेने के बाद पॉजिटिव होने की खबरों के बाद यह व्यवस्था की गई है.

Comments