non alcoholic fatty liver disease

द लैंसेट की ताजा रिपोर्ट ने भारत के लिए बड़ी चेतावनी जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर दूसरा व्यक्ति शारीरिक रूप से शिथिल है, सक्रिय नही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक सक्रियता के मामले में भारत दुनिया में बारहवें नंबर पर है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 57 फीसदी महिलाएं शारीरिक रूप से असक्षम है, तो वहीं इस रिपोर्ट के मुताबिक 42 फीसदी पुरुष भी इस सूची में शामिल हैं।

वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन के मुताबिक दक्षिण एशिया में शारीरिक रूप से वयस्कों में शारीरिक रूप से सक्रियता सबसे कम पाई जाती है। WHO के मुताबिक प्रति सप्ताह 150 मिनट की मध्यम तीव्रता वाली शारीरिक गतिविधि या प्रति सप्ताह 75 मिनट को जोरदार तीव्रता के साथ शारीरिक गतिविधि बेहद जरूरी है।

यह सर्वेक्षण दुनिया के 197 देशों में किया गया। इसमें 18 वर्ष के आयु वर्ग से 60 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों को शामिल किया गया। दरअसल शारीरिक रूप से निष्क्रियता तेजी से फैल रहे लाइफस्टाइल डिजीज का प्रमुख कारण है। मधुमेह, हार्ट डिजीज, हार्मोन का असंतुलित होना सहित तमाम अन्य नॉन कम्युनिकेबल डिजीज में भारी बढ़ोतरी भारत में दर्ज की गई है जिसका प्रमुख कारण शारीरिक सक्रियता में आ रही कमी और फास्ट फूड सहित हाई कैलोरी डायट में बढ़ोतरी के तौर पर दर्ज किया गया है।

द लैंसेट डायबिटीज एंड एंडोक्रोनोलॉजी जर्नल में प्रकाशित 2023 इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च इंडिया के अध्ययन के मुताबिक 2021 में भारत में 101 मिलियन लोग मधुमेह से पीड़ित थे और लगभग 315 मिलियन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर था। इसके अलावा 254 मिलियन लोग मोटापा से ग्रस्त और 185 मिलियन लोगों में खराब क्लोरेस्ट्रोल का स्तर उच्च श्रेणी ने पाया गया।

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