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हाल के दिनों में आपने कई विज्ञापनों में देखा होगा कि हर साल विभिन्न ब्लड टेस्ट कराना आपके स्वास्थ्य के लिए आवश्यक बताया जा रहा है। इन दिनों हेल्थ रूटीन चेक के लिए कई तरह के लैब और हेल्थ एजेंसियों के मार्केटिंग कॉल भी आपको आते रहते हैं।
ऐसे में आपके मन में यह सवाल उठता होगा की यह मार्केटिंग स्ट्रेटजी है या वाकई इसके पीछे हेल्थ इश्यू मायने रखते हैं।
जानकारी के लिए आपको बता दें की
इस मसले पर गहराई से खोज करने पर, ऐसी कोई गाइडलाइन किसी स्वास्थ्य एजेंसी द्वारा नहीं मिली है जो हर साल इन रूटीन ब्लड टेस्ट को अनिवार्य मानती हो।

तो, क्या हैं वे टेस्ट जो आपको नियमित रूप से कराने चाहिए? आइये जानते हैं:

वजन की जाँच: नियमित रूप से अपने वजन की जाँच करना महत्वपूर्ण है ताकि आप अपने बॉडी मास इंडेक्स (BMI) को सही रख सकें और मोटापे जैसी समस्याओं से बच सकें।

नियमित BP (ब्लड प्रेशर) की जाँच: उच्च रक्तचाप या निम्न रक्तचाप की समस्या से बचने के लिए नियमित रूप से BP की जाँच करें।

नियमित शुगर लेवल की जाँच: डायबिटीज की संभावनाओं को कम करने और रक्त में शुगर के स्तर को संतुलित रखने के लिए शुगर लेवल की जाँच करें।

लिपिड प्रोफाइल: हर 5 साल में लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कराना चाहिए। इससे आपके कोलेस्ट्रॉल और अन्य लिपिड लेवल की जानकारी मिलती है।

महिलाओं के लिए स्क्रीनिंग: महिलाओं को हर 3-5 साल में cervical कैंसर और breast कैंसर के लिए स्क्रीनिंग करानी चाहिए, खासकर उम्र के अनुसार।

पुरुषों के लिए प्रोस्टेट कैंसर की जाँच: पुरुषों को 40 साल के बाद प्रोस्टेट कैंसर की जाँच करानी चाहिए।

डेंटल एक्सरे (OPG): हर 5 साल में दाँतों के स्वास्थ्य के लिए डेंटल एक्सरे कराना चाहिए।

एक महत्वपूर्ण बात जो ध्यान में रखनी चाहिए, वह यह है कि रूटीन टेस्ट्स से अधिक ज़रूरी है कि आप अपने शरीर में हो रहे किसी भी असामान्य लक्षण को नज़रअंदाज़ न करें। जैसे अगर आप जल्दी थक जाते हैं, सीढ़ी चढ़ने पर साँस फूलने लगती है, पेट दर्द करता है या किसी अन्य प्रकार की तकलीफ़ है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर आपके लक्षणों के अनुसार आवश्यक ब्लड टेस्ट की सलाह देंगे।

नोट: किसी भी जरूरी मेडिकल कंडीशन और टेस्ट के लिए अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें

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