यह न सिर्फ उस बुजुर्ग और उनके परिवार के लिए खुशखबरी है, बल्कि अस्पताल में भर्ती अन्य कोरोना मरीजों को मानसिक तौर पर मजबूत होकर कोरोना से लड़ने के लिए प्रेरित करने वाली घटना भी है.

भारत ही नहीं पूरी दुनिया कोरोना से त्राहिमाम कर रही है, लेकिन इसी बीच कुछ ऐसी खबरें सामने आतीं हैं, जो संकट की इस घड़ी में सुकून देतीं हैं. ऐसी ही एक खबर आई है, दिल्ली से सटे कौशाम्बी के यशोदा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल से. यहां 100 साल से अधिक उम्र के एक कोरोना संक्रमित बुजुर्ग को स्वस्थ कर घर भेज दिया गया है. यह न सिर्फ उस बुजुर्ग और उनके परिवार के लिए खुशखबरी है, बल्कि अस्पताल में भर्ती अन्य कोरोना मरीजों को मानसिक तौर पर मजबूत होकर कोरोना से लड़ने के लिए प्रेरित करने वाली घटना भी है.

राजनगर, गाजियाबाद निवासी मांगे राम रावत की उम्र 100 साल से ज्यादा है. उन्हें 15 दिनों से बुखार की शिकायत थी और 4 -5 दिन से खांसी थी, वहीं शरीर में कमजोरी भी थी. जांच में वे कोरोना संक्रमित पाए गए. उनके परिवार के अन्य सदस्य भी कोरोना संक्रमित थे. यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी में उन्हें 18 अगस्त 2020 को भर्ती कराया गया था. अधिक उम्र और कोरोना के गम्भीर लक्षणों को देखते हुए डॉक्टर्स ने यहां उनका विशेष तौर पर ध्यान रखा और इलाज किया. हालात में सुधार होने के बाद 24 अगस्त को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.

ठीक होकर अस्पताल से घर लौटते समय मांगे राम रावत ने अस्पताल के सभी डॉक्टरों एवं नर्सों का हृदय से आभार व्यक्त किया. इसी अस्पताल में इलाजरत उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य राज्यमंत्री एवं गाजियाबाद के विधायक अतुल गर्ग को जब इस बात की जानकारी हुई, तब उन्होंने भी डॉक्टरों एवं हॉस्पिटल की नर्सों एवं स्टाफ की तारीफ़ की. अस्पताल की डायरेक्टर उपासना अरोड़ा ने बताया कि इससे पहले भी हॉस्पिटल में बुजुर्ग लोगों की कोरोना से जान बचाई जा चुकी है.

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