मौसम में बदलाव के साथ वायरल बुखार का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है। दिल्ली एनसीआर सहित समूचे उत्तर भारत में फैल रहा है वायरल बुखार।
जैसे जैसे मौसम करवट ले रहा है मौसमी बीमारियां भी लोगों को अपने गिरफ्त में ले रही हैं। सर्दी, बुखार, सर दर्द, बदन दर्द , खांसी जुकाम और कंपन आम लक्षण हैं जो लोगों में देखा जा रहा है। वैसे तो डॉक्टरों का कहना है की इससे घबराने की जरूरत नहीं है। यह मौसमी बदलाव का साइड इफेक्ट जैसा है जिससे निपटने के लिए शरीर भी खुद के अंदर जरूरी परिवर्तन लाता है जिससे इस तरह के लक्षण देखे जाते हैं।
पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉक्टर अनुज कुमार ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X के जरिए वायरल बुखार से संबंधित जरूरी जानकारी प्रकाशित की है। डॉक्टर अनुज के मुताबिक इन लक्षणों से निपटना आसान है। सीजनल बीमारी के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल में पैसे बर्बाद करने की कोई जरूरत नहीं।
डॉक्टर अनुज लिखते हैं की “कई बार बुख़ार आते ही लोग घबरा कर ख़ुद से तरह तरह के जाँच करा लेते हैं जिससे बेवजह पैसे की बर्बादी होती है।ज़्यादातर मौसमी बुख़ार ख़ुद से ही 2-3 दिनों में ठीक हो जाते हैं।”
क्या करें अगर बुख़ार आए
1) ज़्यादा से ज़्यादा आराम करें
2) बुख़ार आने पर पैरासिटमोल की गोली लें
3) ज़्यादा से ज़्यादा पेय पदार्थ लें
4) सुपाच्य भोजन लें।
वायरल बुखार के दौरान क्या ले सकते हैं
डॉक्टर के मुताबिक यह एक ग़लत अवधारणा है की बुख़ार में चावल या अंडा नहीं ख़ाना चाहिये। आप बिलकुल ले सकते हैं।
1.पीने का पानी उबाल कर फिर ठंढा कर के पियें।
2.गरम पानी में नमक डाल कर gargle करें
3.ORS घोल का उपयोग करें
कब हो जायें सतर्क और तुरंत लें चिकित्सकीय परामर्श ?
1) अगर आप पहले से ही अन्य बीमारी से ग्रसित हैं
2) अगर दवाई से भी बुख़ार कम ना हो या 3 दिनों के बाद भी बुख़ार आये
3) बुख़ार के साथ साथ पेट दर्द, डायरिया जैसे लक्षण हों
4) शरीर पे लाल धब्बे जैसे निशान आ जाएँ।
ऐसी परिस्थिति में अपने नज़दीकी चिकित्सक से मिल कर दिखाएं।
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