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प्रोटीन बार और प्रोटीन पाउडर का सेवन आपके जान को जोखिम में डाल सकता है! जांच में कई सैंपल टॉक्सिक पाए गये.

हाल के वर्षो में प्रोटीन पाउडर और प्रोटीन बार का सेवन भारी पैमाने पर बढ़ा है। यूथ और बॉडी बिल्डर प्रोटीन पाउडर के सेवन को बॉडी बिल्डिंग से जोड़कर देखते हैं। वही भाग दौड़ की जिंदगी में प्रोफेशनलस, मील का विकल्प प्रोटीन बार समझने लगे हैं। बाजार में उपलब्ध इस तरह के ब्रांड खुद को हेल्दी , नेचुरल, ऑर्गेनिक और जल्द फायदेमंद होने का दावा भी करते हैं। लेकिन हाल में जारी एक रिपोर्ट ने इन सभी दावों की कलई खोल दी है।

जर्नल मेडिसिन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में बिकने वाले 36 प्रोटीन सप्लीमेंट का लैब टेस्ट किया गया जिसमे 70 फीसदी फेल कर गए। इनमे 8 फीसदी सैंपल में तो पेस्टीसाइज जबकि 14 फीसदी में हानिकारक फंगल एफ्लेटॉक्सीन पाया गया। 36 में से 9 प्रोडक्ट में दावे से 40 फीसद कम प्रोटीन था जबकि अन्य में 60 फीसदी से ज्यादा।

इस रिपोर्ट के प्रकाशित होने के बाद हेल्थ एक्सपर्ट की जो प्रतिक्रियाएं सामने आ रहीं है वह काफी चिंताजनक है और अलर्ट करने वाली है। एक्सपर्टस का कहना है की हर शरीर के लिए प्रोटीन की मात्रा अलग अलग होती है ऐसे में बिना न्यूट्रीशन एक्सपर्ट के अगर कोई प्रोटीन पाउडर ले रहा है तो इससे उसकी किडनी, लिवर, स्किन और अन्य टिश्यू डैमेज हो सकते हैं।

इतना ही नहीं कुछ प्रोटीन पाउडर में अतिरिक्त और सिंथेटिक शुगर, एडेड फ्लेवर्स भी पाया जाता है। इससे ब्लड शुगर का लेवल बढ़ता है और वजन भी।

ज्यादातर मामलों में यह भी देखा जाता है की युवा वर्ग प्रोटीन पाउडर और बार अपने जिम से लेते है या फार्मासिस्ट से। और उस इंस्ट्रक्टर के कहने पर लेते हैं जिसे न्यूट्रीशन और मेडिकल साइंस का कोई ज्ञान नहीं होता। ज्यादातर इंस्ट्रक्टर वैसे प्रोटीन प्रोडक्ट को प्रमोट करते है जिसमे उनको भारी मुनाफा मिलता है लेकिन इसका खामियाजा उन लोगों को उठाना पड़ता है जो बॉडी बिल्डिंग के लिए क्विक फिक्स में भरोसा रखते हैं और उन्हें भविष्य में शारीरिक नुकसान झेलना पड़ता है।

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