Ultra-Processed Foods

Ultra-Processed Foods पर हुए ताजा अध्ययन ने फिर से खतरे की घंटी बजा दी है। इससे हार्ट डिजीज और कैंसर सहित 32 तरह की बीमारियों का खतरा है!

हाल ही में हुए एक अध्ययन ने अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड (यूपीएफ) और विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के बीच एक चिंताजनक संबंध का खुलासा किया है। यह अध्ययन, जिसे दुनिया का सबसे बड़ा अध्ययन माना जा रहा है, बताता है कि यूपीएफ का सेवन करने से 32 हानिकारक स्वास्थ्य प्रभावों का खतरा बढ़ सकता है, जिसमें हृदय रोग, कैंसर, टाइप 2 मधुमेह और यहां तक कि मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी शामिल है। यह सब तब हो रहा है जब अनाज, प्रोटीन बार, शक्कर युक्त पेय और फास्ट फूड जैसे सुविधाजनक विकल्पों सहित यूपीएफ की वैश्विक खपत बढ़ रही है।

अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड ( Ultra-Processed Foods ) क्या हैं?

डिब्बाबंद सब्जियों या फ्रोजन वेग्टेबल्स और फ्रूट की तरह मामूली प्रोसेस्ड फूड के विपरीत, यूपीएफ कई औद्योगिक प्रक्रियाओं से गुजरते हैं और इनमें भरपूर ऐडिटिव्स होते हैं। ये खाद्य पदार्थ फैक्टरी में बने उत्पाद होते हैं जिनमें अतिरिक्त शक्कर, अस्वास्थ्यकर वसा और कृत्रिम तत्व भरे होते हैं।

अनप्रोसेस्ड या मामूली प्रोसेस्ड फूड: फल, सब्जियां, और कच्चे नट्स जैसे पूरे खाद्य पदार्थ अपने प्राकृतिक विटामिन और पोषक तत्वों को बनाए रखते हैं। फ्रीजिंग या पास्चुरीकरण जैसी प्रक्रियाएं सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं बिना महत्वपूर्ण परिवर्तन के।

प्रोसेस्ड फूड: ये खाद्य पदार्थ कुछ प्रसंस्करण से गुजरते हैं लेकिन आम तौर पर दो या तीन जोड़े गए तत्व होते हैं, जैसे कि नमक, तेल, या शक्कर। उदाहरणों में डिब्बाबंद मछली या ताजा बेक्ड ब्रेड शामिल हैं।

अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड (यूपीएफ): ये वे खाद्य पदार्थ हैं जिनसे चिंताजनक स्वास्थ्य जोखिम जुड़े हुए हैं। ये भारी मात्रा में प्रसंस्कृत यानी प्रोसेस्ड होते हैं। इस प्रक्रिया में इनमे एडेड शुगर, अनहेल्दी फैट,आर्टिफिशियल कलर और प्रिजर्वेटिव का इस्तेमाल भारी पैमाने पर किया जाता है। जैसे की फ्रोजन मील, सुगर युक्त ड्रिंक, पैकेज स्नैक्स और कई अन्य तरह के फास्ट फूड आइटम्स।

हमारे खान पान में बढ़ता UPF क्या है?

अक्सर हम जिन खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, वे अत्यधिक प्रसंस्कृत होते हैं लेकिन हम इसका एहसास नहीं कर पाते। कुछ उदाहरण के जरिए समझिए…

नाश्ता: चीनी युक्त अनाज, इंस्टेंट ओटमील पैकेट्स, नाश्ते के पेस्ट्री, तैयार नाश्ते के सैंडविच।

नाश्ते के विकल्प: आलू के चिप्स, कुकीज़, कैंडी बार, पैकेज्ड स्नैक केक, कई तरह के एनर्जी बार, इंस्टेंट नूडल्स। ये आमतौर पर रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट, अस्वास्थ्यकर वसा और सोडियम से भरपूर होते हैं और अक्सर कृत्रिम ऐडिटिव्स से युक्त होते हैं जो स्वाद को बढ़ाते हैं और शेल्फ जीवन को लंबा करते हैं।

पेय पदार्थ: चीनी युक्त सोडास, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, कृत्रिम रूप से स्वादित जूस, फल स्वाद युक्त दही (जिसमें चीनी मिली होती है)।

लंच/डिनर: फ्रोजन भोजन, हॉट डॉग, सॉसेज, चिकन नगेट्स, इंस्टेंट रामेन, इंस्टेंट मैश्ड पोटैटो, तैयार पास्ता डिशेस।

चटनी और मसाले: क्रीमी सलाद ड्रेसिंग्स, केचप, मेयोनेज़, वाणिज्यिक रूप से तैयार मैरिनेड्स।

मिठाई: आइसक्रीम, वाणिज्यिक रूप से बेक्ड केक और पाई, प्रोसेस्ड पुडिंग्स, चीनी युक्त दही पैराफै

अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड ( Ultra-Processed Foods) के खतरे

हृदय समस्याएं: अध्ययन से पता चला है कि अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों (यूपीएफ) के उच्च सेवन से हृदय रोग से मृत्यु का जोखिम 50% बढ़ जाता है। यह हृदयाघात और स्ट्रोक की संभावना को काफी बढ़ा देता है, जो जीवन की गुणवत्ता को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं।

मेटाबॉलिज्म पर प्रभाव: शोध से संकेत मिलता है कि यूपीएफ का अधिक सेवन करने वालों में टाइप 2 डायबिटीज व होने का खतरा 12% अधिक होता है। ये खाद्य पदार्थ अक्सर चीनी और अस्वास्थ्यकर वसा से भरे होते हैं, जो रक्त शर्करा नियमन को बाधित कर सकते हैं और इस पुरानी स्थिति की ओर ले जा सकते हैं।

मोटापा: अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ कैलोरी में उच्च और पोषण में कम होते हैं, जिससे अतिसेवन और वजन बढ़ना होता है। अध्ययनों से पता चलता है कि अक्सर इनका सेवन करने वालों में मोटापे का जोखिम 40% से 66% तक बढ़ जाता है।

समग्र मृत्यु दर: अध्ययन से “अत्यधिक संभावित” प्रमाण मिलता है कि यूपीएफ के उच्च आहार से किसी भी कारण से मृत्यु का जोखिम 21% बढ़ सकता है। यह समग्र स्वास्थ्य पर व्यापक नकारात्मक प्रभाव की संभावना को उजागर करता है।

मानसिक स्वास्थ्य चिंताएं

शोध से पता चला है कि यूपीएफ यानी अनप्रोसेसेड फूड का हानिकारक प्रभाव हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। इसके सेवन से 48 से 53% एंजाइटी और डिप्रेशन के खतरे बढ़ जाते हैं । अत्यधिक अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड के सेवन का हानिकारक प्रभाव नींद की कमी के रूप भी देखा जाता है। स्लीप डिसऑर्डर का भी हानिकारक प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है।

अध्ययन में यह खुलासा हुआ है की अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड में प्लेजर ट्रैप होता है। यह इसलिए होता है क्योंकि इसमें पाए जाने वाले एडेड शुगर , प्रिजर्वेटिव और आर्टिफिशियल पदार्थ दिमाग में डोपामिन रिलीज करते है जिससे प्लेजर की अनुभूति है और व्यक्ति थोड़ा से अत्यधिक तक इसका सेवन करता चला जाता है। साथ हीं इसमें फाइबर की कमी भी होती है जिसके चलते गट हेल्थ भी प्रभावित होता है और धीरे धीरे इसके भी दुष्परिणाम सामने आते हैं।

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