Heat Anxiety

बढ़ती गर्मी हमारे जीवन के कई तरह से प्रभावित करती है। देश के विभिन्न इलाकों में जैसे जैसे गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है इसके साइड इफेक्ट भी सामने आ रहे हैं। इन्हीं में से एक है हिट एंजाइटी जिसके लक्षण लोगो में देखने को मिल रहे हैं। हीट एंजाइटी क्या है ? इसके लक्षण और बचाव क्या है ? यह जानना आपके लिए भी जरूरी है

गर्मी की बढ़ती तपिश का असर लोगों के शारीरिक हीं नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी दिखने लगा है। देश के अधिकांश इलाकों में लू की स्थिति भी देखी जा रही है जिसका सीधा असर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। हीट वेव की स्थिति और गर्मी के कहर से हीट एंजाइटी के शिकार लोगों की संख्या भी बढ़ रही है जिससे समय रहते बचाव जरूरी है। इसकी चपेट में ज्यादातर वे लोग आते हैं जो कड़ी धूप में काम करने को बाध्य हैं जैसे की किसान, मजदूर, कामगार, सिक्योरिटी में लगे लोग इत्यादि। इसके अलावा इसका असर उन लोगों में भी देखा जाता है जो मानसिक स्वास्थ्य से पीड़ित हैं यानी जिन्हे पहले से कोई मेंटल डिजीज है। कई रिसर्च इस बात की पुष्टि करते हैं की गंभीर मानसिक स्वास्थ्य से पीड़ित लोगों के लिए भीषण गर्मी घातक भी साबित हो सकती है, उनके ट्रॉमा में जाने और मौत का भी खतरा रहता है। भीषण गर्मी के कारण ऐसे लोगों में डिप्रेशन और स्ट्रेस डिसऑर्डर का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे मरीजों में आत्महत्या की प्रवृति भी बढ़ती है।

हीट एंजाइटी ( Heat Anxiety) क्या है?
हीट एंक्साइटी एक ऐसा मेडिकल कंडीशन है जिसमे शरीर उच्च तापमान के संपर्क के आने के बाद तापमान को नियंत्रण करने की ताकत खो देता है। जब शरीर उच्च तापमान को नियंत्रित नहीं कर पाता तो व्यक्ति को चक्कर, कमजोरी, सिर दर्द, बेचैनी होती है, हार्ट बीट बढ़ जाता है और फिर उसके दुष्परिणाम सामने आते हैं।

कैसे करें हिट एंजाइटी (Heat Related Anxiety) से बचाव?
अगर आपके दिनचर्या में कड़ी धूप से बच पाना मुश्किल है तो हीट एक्सपोजर से पहले आप हल्के रंग के ढीले कपड़े पहने जो शरीर के तापमान के नियंत्रण में सहायक होता है, शरीर में हवा का सही संचार तापमान में बढ़ोतरी को रोकेगा। घर से बाहर निकलें तो छाता लेकर जाएं, टोपी और चस्मे का इस्तेमाल करें। खुद को हाइड्रेट करते रहें यानी तरल पदार्थ का सेवन करें ताकि डिहाइड्रेशन न रहे। कैफिन युक्त पदार्थ को लेने से बचें।

कड़ी धूप में निकलने के दौरान जरूरी एहतियात न बरतने पर हीट एंजाइटी के शिकार हो सकते हैं।
हीट एंजाइटी के कारण अगर कमजोरी, चक्कर, बेचैनी, सरदर्द, हार्ट बीट में बढ़ोतरी जैसे लक्षण आने लगे तो सबसे पहला काम तो शीतल जगह जाकर अपने शरीर को ठंडक प्रदान करें। ठंडे वातावरण में जाने के बाद शीतल जल लें और आराम करें ताकि बॉडी खुद को रीएडजस्ट करे। इन लक्षणों में सुधार न आए तो नजदीकी डॉक्टर से तुरत संपर्क करें।

डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल एक्सपर्ट ओपिनियन पर आधारित है जिसका मकसद जानकारी और जागरूकता है। किसी भी मेडिकल कंडीशन के लिए नजदीकी डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।

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