High BP salt

ज्यादा नमक खाने के नुकसान सभी जानते हैं। यह हाई बीपी, हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों से जुड़ा हुआ है। इस वजह से कई लोगों ने अपने खाने से सफेद नमक को हटा दिया और उसकी जगह पिंक सॉल्ट, सेंधा नमक या रॉक सॉल्ट का इस्तेमाल शुरू कर दिया। लेकिन क्या आपको पता है कि यह बदलाव आपके थायरॉइड हेल्थ को असंतुलित कर गहरे नुकसान पहुंचा सकता है ?

नमक में बदलाव के फायदे नुकसान

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, सफेद आयोडाइज्ड नमक का सेवन बंद करने से शरीर में आयोडीन की कमी हो सकती है, जिससे थायरॉइड हार्मोन का स्तर असंतुलित हो सकता है। पिछले कुछ वर्षों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां पिंक सॉल्ट और अन्य प्रकार के नमक के उपयोग से लोगों के TSH (थायरॉइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन) में उतार-चढ़ाव देखा गया है।

थायरॉइड लेवल असामान्य होने पर क्या करें?

अगर आपकी थायरॉइड रिपोर्ट में अचानक बदलाव आ रहा है, खासतौर से TSH 5 से 10 के बीच पहुंच रहा है, तो आपको अपनी दवा शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि सबसे पहले आपको अपने नमक के प्रकार पर ध्यान देना चाहिए।

यदि आप दो साल से पिंक सॉल्ट, सेंधा नमक या रॉक सॉल्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं और आपको थायरॉइड की समस्या हो रही है, तो सफेद आयोडाइज्ड नमक पर लौटने पर विचार करें। छह हफ्तों तक सफेद नमक का सेवन करें और उसके बाद दोबारा थायरॉइड टेस्ट करवाएं ताकि सही स्थिति का आकलन किया जा सके।

डॉ. अक्षत चड्ढा ने दी महत्वपूर्ण सलाह

फेमस हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. अक्षत चड्ढा ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में इस मुद्दे पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगर आपने थायरॉइड की दवा लेनी शुरू कर दी है, तो इसे अचानक बंद न करें। अगली रिपोर्ट आने के बाद ही डॉक्टर की सलाह लें।

उन्होंने खासतौर पर प्रेग्नेंट महिलाओं और उन महिलाओं को चेतावनी दी जो गर्भधारण की योजना बना रही हैं। अगर डॉक्टर ने थायरॉक्सिन दवा दी है, तो इसे बंद न करें और साथ ही सफेद आयोडाइज्ड नमक का ही इस्तेमाल करें।

डॉ. चड्ढा ने यह भी स्पष्ट किया कि पिंक सॉल्ट और सेंधा नमक में ट्रेस मिनरल्स तो होते हैं, लेकिन उनमें आयोडीन की पर्याप्त मात्रा नहीं होती। वहीं, सफेद नमक को फोर्टिफाइड किया जाता है, जिससे उसमें जरूरी आयोडीन की मात्रा होती है। इसलिए, नमक के प्रकार को बदलने की बजाय उसकी मात्रा कम करना ज्यादा फायदेमंद होगा।

मक के कारण थायरॉइड बिगड़ने से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय:

✔ सफेद आयोडाइज्ड नमक को अपनी कुकिंग में शामिल करें।
✔ नमक की कुल मात्रा को कम करें, लेकिन पूरी तरह से न हटाएं।
✔ पैकेज्ड फूड, पापड़, अचार और प्रोसेस्ड फूड से बचें, क्योंकि इनमें छिपा हुआ नमक ज्यादा होता है।
✔ अतिरिक्त नमक चावल, आटा या अन्य खाद्य पदार्थों में डालने से बचें।
✔ अगर आपको थायरॉइड की समस्या है, तो हर छह हफ्ते में अपनी TSH रिपोर्ट की जांच करवाएं।

अगर आप भी हेल्दी रहने के लिए सफेद नमक छोड़कर दूसरे प्रकार के नमक अपना रहे हैं, तो सावधान हो जाइए। बिना आयोडीन वाले नमक के लगातार इस्तेमाल से आपका थायरॉइड असंतुलित हो सकता है। इसलिए, किसी भी बदलाव से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें और संतुलित मात्रा में सफेद आयोडाइज्ड नमक का ही सेवन करें।

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